इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Dec 29, 2013
Kabhi Aisa Bhi Socha Par HUA Kya
kabi socha tha-
Mai dur hu par paas kyo nahi,
Mai udaas hu par khus kyo nahi,
Mai anjaan hu par kuch khaas kyo nahi,
Mai tanha hu par saath kyo nahi,
Mai sabka hu par koi mera kyo nahi,
Mai ummid ki wazah hu par koi naayaab kyo nahi,
Mai har waqt hu par mera koi waqt kyo nahi,
Mai dur hu par paas kyo nahi.....
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