इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Jul 14, 2012
Seekh Liyaa Hai
Khusi ka 1 pal b hota hy, Dard bhari daastan b hoti hy, Tanhai ka 1 mausam b hota hy, Aankho se barsaat b hoti hy, Raat b hoti hy-Din b hota hy, Suraj b nikalta hy-Chaand b chamakta hy, Fulo ki tarah koi hasta hy- toh koi Jharno ki tarah jharta hy, Raat me jab andhera ho tab Jugnu hi chamakata hy! AVINASH
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