इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Jun 10, 2015
Kehne Waale KEH Gaye Hai
Maana ki aaj hum unki jarurat hai,
Maana ki aaj unki hukumatt hai,
Dehkte-dekhte toh sab badal hee jaata hai palak jhapakte,
Koi kisi ka b ho kuch pal mei kisi kaa ho jaata hai,
Yeh mai nahi kehta kehne waale keh gaye hai,
Mai toh sirf wo baat dohraata hu, dohrataa hu.....!!
Yadav
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