इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Nov 23, 2013
Teri Yaadein Tanha Kar Jaati Hy
Jab jab teri yaad aati hy,
Meri aankhein numm ho jaati hy,
Kehti hy meri wafao ka saagar kitna gehra hy,
Jo ekaek tadap kar lehar si uchaal laati hy,
Jab jab teri yaad aati hy,
Meri aankhein numm ho jaati hy,
Kehne k lia koi baat nai hoti,
Dhadkane dhadak kar b dhadkan k paas nahi hoti,
Fir b i love u....
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment