इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Aug 20, 2013
Bahut hy mere lia zindagi mei
Mere lia tumhari khusi hi bahut hy,
Mere lia tumhari dhadkan hi bahut hy,
Mere lia tumhari khwahish hi bahut hy,
Maana ish zamane mei paane orr khone ka silsila chalta hi rahega sabke saath magar,
Mere lia tumhari orr sirf tumhari ek ummid paane orr khone k lia meri zindagi k pal bahut hy!!...Bahut hy..!!
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