इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Feb 16, 2013
yAaDeIn sIrF yAAd aAtI hAi
Kisi ko samajhna kisi k lia itna aasan nai hy,
Kisi ko pana kisi k lia itna aasan nai hy,
Dard ka fasana kuch aisa hy ki koi kya jaane ishe kyoki- ishe samajhna kisi k lia aasan nai hy,
Raat toh subah k lia guzar jaati hy lekin jo chale gai hy u tanha kar apni YAAD dekar unki sirf YAAD aati hy sirf YAAD!!
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