इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Dec 6, 2012
Kuch Nahi Milta Ish Zindagi Mein
Kisi ki Raah Mein Aankhein Bicha kar kuch Nai Milta,
Yeh Duniya Bewafa Hy Dil Laga kar kuch Nai Milta,
Koi Bhi Laut kar Aata Nai Aansu Bahane Se,
Kisi ki Yaad Mein Dil ko Rula kar kuch Nai Milta,
Kisi k Dil Pe kya Guzri hy kisi ko kya khabar Is ki,
Kisi ko Apna Hal-E-Dil Suna k kuch Nai Milta..
~Yadav~
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