इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Sep 20, 2013
Chale Hai Aur Chalte Rahenge
Hum u hi AnjaanE manzil ki orr kadam pe kadam badhate chale hy orr chalte hi rahenge,
Hum u hi modd dar modd sabse miley hy orr milte hi rahenge,
Maana ki Pal bhar ki zindagi jiska koi BHAROSA nai ki yeh kab saath chhor jaaye fir b ummido ki fulwaari se baag dar baag SAJAAye hy orr SAJATE hi rahenge....!!
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