इस ब्लॉग को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद आप लोगों को मेरी रचऩाओ से प्रभावित कर कुछ समझाना है, चूंकि और कोई अच्छा गुण हमारे में नहीं है जिसको हम समाज में सरेआम उजागर कर सकें, इससे इक संदेश मिला करेगा सभी को पर इस बात का हमें बहुत खेद है कि हमें कोई ग़ज़ल लिखनी नहीं आती, इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार अविनाश यादव के पास सुरक्षित हैं। अविनाश यादव की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
Feb 11, 2015
Main Yeh Kyo Kar RAHA Tha
Har raah mei mai mazil dhund raha tha,
Kisi k saaye mei zindagi bunn raha tha,
Faisla maine hee kiya tha har modd par apne liye,
Tabhi toh kuch naa milte hue b khud se khus hone ki koi wajahh maang raha tha,
Har raah mei mai manzil dhund raha tha,
Kisi k saaye mei zindagi bunn raha tha.....!!
Yadav
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